लक्ष्मणा बूटी ( संजीवनी बूटी ) पर वैज्ञानिकों की आई नई रिपोर्ट। हार्ट स्ट्रोक, ज्वाइंडिस जैसे कई रोगों का खात्मा करने का दम रखती है ये बूटी। जानिए विस्तार पूर्वक ...

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नमस्कार दोस्तों... स्वागत है आपका औषधि और योग में।
दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं एक बहुचर्चित जड़ी बूटी के बारे मे जिसका नाम है.....लक्ष्मणा बूटी 

ऐतिहासिक तथ्य :

दोस्तों...लक्ष्मणा बूटी को संजीवनी बूटी भी कहा जाता है । इतिहासकारों की मानें तो पुराणों में रामायण काल की जिस संजीवनी बूटी का उल्लेख मिलता है वह कोई और बूटी नहीं बल्कि यही लक्ष्मण बूटी ही है।
दोस्तों, पुराणों के अनुसार रामायण काल में, जब प्रभु श्री राम के अनुज श्री लक्ष्मण जी के ऊपर मेघनाथ ने ब्रह्मास्त्र का प्रयोग किया था तो वह मूर्छित होकर जमीन पर गिर पड़े थे।

ऐसी घटना घटित होते ही प्रभु श्री राम जी सहित समस्त वानर सेना में शोक व्याप्त हो गया था।
ठीक उसी समय विभीषण जी द्वारा यह जानकारी दी गई कि लंका में एक सुषेन नामक वैद्य जी निवास करते हैं, वही लक्ष्मण जी के प्राण बचा सकते हैं।

ऐसे में हनुमान जी ने तनिक विलंब नहीं किया और निकल पड़े हुए लंका की ओर सुषेण वैद्य की तलाश में। जल्द ही हनुमान जी और कुछ सुषेण वैद्य प्रभु राम जी के सम्मुख प्रस्तुत हुए। सुषेण वैद्य ने जैसे ही अपनी दृष्टि लक्ष्मण जी के अचेतन शरीर पर डाली तो उनके मुख से एक ही शब्द निकला....संजीवनी बूटी।

उन्होंने हनुमान जी को संजीवनी बूटी का प्राप्ति स्थान बताया जो कि वहां से बहुत दूर हिमालय के पर्वतों पर था।
हनुमान जी ने तनिक भी विलंब नहीं किया और हिमालय पहुंच गए। किंतु वे संजीवनी बूटी पहचानने में असमर्थ रहे और इसलिए हिमालय पर्वत का एक बड़ा हिस्सा उखाड़ कर अपने साथ ले आए।
इसके बाद का काम सुषेण वैद्य का था। झटपट संजीवनी बूटी को उखाड़ कर लाते हैं और उसके अर्क की कुछ बूंदें श्री लक्ष्मण जी के मुख में टपकाते ‌हैं। 

संजीवनी बूटी ने अपना असर दिखाया और देखते ही देखते कुछ ही क्षणों में लक्ष्मण जी उठ खड़े होते हैं।
इतिहासकारों की मानें तो लक्ष्मण जी की जान बचाने के बाद ही इस संजीवनी बूटी का नाम लक्ष्मणा पड़ गया।

लक्ष्मणा बूटी का आधुनिक परिचय :

दोस्तों लक्ष्मणा बूटी का वैज्ञानिकी नाम ( Selaginella Bryopteris ) है।
दोस्तों इस बूटी को मध्यप्रदेश के पहाड़ों पर देखा जा सकता है। इसकी खास बात यह है कि जल के अभाव में यह सूखकर पपड़ी की रूप में आ जाती है और बिल्कुल बेजान मालूम पड़ती है किंतु थोड़ा सा जल प्राप्त करते हैं यह पुनः हरी-भरी हो जाती है।

कुछ लोग इसे अपने घरों में गमलों में लगाना पसंद करते हैं। यह देखने में अत्यंत सुंदर तो लगती ही है साथ ही साथ चमत्कारी औषधीय गुणों से भरी पड़ी है।

वैज्ञानिक क्या कहते हैं :

दोस्तों वैज्ञानिकों की माने तो इसमें जीवन बचाने की गजब की क्षमता है और औषधीय गुणों से भरपूर है किंतु वैज्ञानिकों के लिए अभी तक यह आश्चर्य से भरी है और इसके गुणसूत्रों पर अभी शोध कार्य जारी है।
आइए जानते हैं लक्ष्मणा बूटी के कुछ औषधीय गुण-
  • हार्ट स्ट्रोक  से बचाती है,
  • डिलीवरी के समय प्रसव पीड़ा को कम करती है,
  • पीलिया रोग का निदान करती है,
  • अनियमित मासिक धर्म को सामान्य करती है,
  • कई अन्य ज्ञात अज्ञात रोगों से बचाती है।

निष्कर्ष

हालांकि लक्ष्मण बूटी के कई औषधीय गुणों का प्रयोग करके कई रोगों का इलाज किया जा रहा है किंतु अभी भी वैज्ञानिकों के लिए लक्ष्मणा बूटी एक शोध का विषय  है।

आपके अनुसार क्या लक्ष्मण बूटी ही संजीवनी बूटी है कृपया हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

Disclaimer: इस लेख में दी गयी समस्त जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है , हम किसी भी तथ्य के पूर्णतः सत्य या मिथ्या होने का दावा नहीं करते। दी गयी जानकारी का स्त्रोत विभिन्न पुस्तकें, स्वास्थ्य-सलाहकार व कुछ व्यक्तियों के अनुभव हैं, पाठक कृपया स्व-विवेक से काम लें , किसी भी नुकसान के प्रति हमारी किसी भी प्रकार से कोई जिम्मेवारी नहीं होगी, धन्यवाद।

                                              
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Ashok Kumar

हैलो दोस्तों, मेरा नाम अशोक कुमार है। मैं www.aushadhiauryog.com का फाउंडर हूं। मैं उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ जिले से हूं। मैंने अपनी स्कूली शिक्षा आपने होम टाउन से ग्रहण की और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद ब्लॉगिंग में करियर की शुरुआत सन 2015 से की है। साथ ही साथ मैं यूट्यूब पर भी विडियोज बनाता हूं। मुझे आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा का ज्ञान आप सभी के साथ शेयर करना बहुत पसंद है। कृपया आप सभी हमारे परिवार का हिस्सा बनें और औषधि और योग की धरोहर को आगे बढ़ाने में हमारा सहयोग करें। धन्यवाद।

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