खस-खस का परिचय :
दोस्तों खसखस का शरबत सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। गर्मी की चपेट से बचने के लिए खसखस एक रामबाण औषधि साबित होता है। खसखस की तासीर बहुत ही ठंडी होती है जिसके कारण यह शरीर को अंदर से ठंडा रखता है और आपकी बॉडी को हाइड्रेट भी रखता है।
ज्यादा गर्मी पड़ने पर शरीर में लगातार पानी की कमी होती रहती है और व्यक्ति को डिहाइड्रेशन हो जाता है ऐसी स्थिति में यदि व्यक्ति को खसखस का शरबत पिलाया जाए तो बहुत जल्द पानी की कमी पूरी हो जाती है।
खसखस की तासीर ठंडी होती है इसलिए जिन व्यक्तियों के शरीर का ताप हमेशा बड़ा रहता है उनके लिए खसखस किसी वरदान से कम नहीं है। खसखस का शरबत लू अर्थात हीट स्ट्रोक से भी बचाता है।इसलिए गर्मियों के समय में हसरत के शरबत का सेवन दिन में एक बार अवश्य करना चाहिए।
जिन व्यक्तियों को पहले ही लग चुकी हो यदि उन्हें खस खस शरबत पिलाया जाता है तो उनकी रिकवरी बहुत ही जल्दी होने लगती है।
दोस्तों खसखस एक प्रकार की सुगंधित घास होती है जिसे अंग्रेजी में Poppy Seeds कहा जाता है। इसका प्रयोग कई भारतीय व्यंजनों में किया जाता है जैसे हलवा, गुझिया आदि में।
आइए क्रम से समझते हैं खसखस के फायदे-
- यह शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है,
- लू अर्थात हीट स्ट्रोक से बचाता है,
- रक्त संचार में सुधार लाता है,
- रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है,
- रक्त की कमी को दूर करता है,
- रक्त को साफ करके मुहांसों से छुटकारा दिलाता है आदि।
सावधानी
- खसखस किस जीवन में एक बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि जिन व्यक्तियों के शरीर में कफ की मात्रा अधिक होती है यह जिन्हें बार बार सर्दी जुकाम आसानी से हो जाता है उन्हें खसखस का सेवन कम से कम करना चाहिए।
- गर्मियों में सीमित मात्रा में इसका सेवन वे कर सकते हैं किंतु सर्दियों में इसका सेवन बिल्कुल ना करें। वे खसखस का सेवन केवल दिन के समय करें रात में बिल्कुल ना करें। अन्यथा उनके शरीर में ठंडक की मात्रा बढ़ने से उन्हें सर्दी जुकाम हो सकता है।
Disclaimer: इस लेख में दी गयी समस्त जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है , हम किसी भी तथ्य के पूर्णतः सत्य या मिथ्या होने का दावा नहीं करते। दी गयी जानकारी का स्त्रोत विभिन्न पुस्तकें, स्वास्थ्य-सलाहकार व कुछ व्यक्तियों के अनुभव हैं, पाठक कृपया स्व-विवेक से काम लें , किसी भी नुकसान के प्रति हमारी किसी भी प्रकार से कोई जिम्मेवारी नहीं होगी, धन्यवाद.